वनोंमूलन के विभिन्न प्रभाव -
ü हमारी पृथ्वी – वनोंमूलन से हमारी
प्राकृतिक आपदाओं में वृद्धि होगी, विश्व जलवायु का संतुलन खराब होगा और सुखा,
मिटटी के गुणों में परिवर्तन, मिट्टी का कटाव और प्रदूषण आदि में अधिकता आएगी
ü शहरी क्षेत्र – शहरों में वाहन और उधोग
अधिक होते है यदि हम पेड़ो का काटना जारी रखते है तो यहाँ का वातावरण अधिक प्रदूषित
हो जाएगा और लोगों की सेहत खराब हो जाएगी
ü गावों में – ग्रामीण क्षत्रे में
खेती अधिक की जाती हँ और वनोंमूलन से वर्षा कम हो जाएगी और कम उत्पादन होगा तथा
भूमि की प्राकृतिक भी बदल जाएगी
ü हमारा पर्यावरण – वनोंमूलन से हमारे
पर्यावरण में आक्सीजन की मात्रा कम हो जाएगी तथा वर्षा कम हो जाएगी और भूमि की
उर्वरता भी घट जाएगी, प्रदूषण और सुखा में अधिकता आएगी
ü वन्य जीवों पर – अधिक मात्रा में
वनोंमूलन से हमारे वन्यजीवों का आवास प्रभावित होगा और वे संकटापन्न स्पीशीज बन
जाएगे
ü अन्य प्रभाव – स्थलीय जल कम होगा,
जलवायु में परिवर्तन, जडी-बुटी या दवाईयों वाले पौधे कम होगें, लकड़ी और अन्य
उधोगों में कमी आएगी
वनोंमूलन पेड़ो का काटना जलवायु सुखा |
वनोंमूलन के विभिन्न कारण –
आधुनिक युग में जब लोगों के
जीवन स्तर बदल रहें हँ और विभिन्न नई – 2 तकनीकीयों का प्रयोग हो रहा है तो इस समय
में विभिन्न प्रयोगों के लिए पेड़-पौधों को काटना पड़ता है जैसे
ü जनसंख्या की वृद्धी से नए
मकानों की आवश्यकता
ü सड़क और अन्य सम्बन्धित
निर्माणों के लिए
ü खेती के लिए नई भूमि की
आवश्यकता
ü कोयला खदानों के लिए