अवस्फीति Deflation meaning of
Deflation what you know about Deflation
अवस्फीति एक ऐसा वातावरण होता है जब मुद्रा का मूल्य बढ़ रहा
होता है या ये कहें की कीमते गिर रही होती है, यह एक ऐसा वातावरण होता है जो की कम
होते रोजगार और आर्थिक क्रियाओं से सम्बन्ध रखता है, यह तब होता है जब मुद्रा की
आपूर्ति कम होने से वस्तुओं की कीमत अधिक गिर जाती है अपेक्षा उनके उत्पादन के!
अवस्फीति के दोरान, उत्पादन और रोजगार के कम होने के साथ कीमतों में भी कमी होती
है!
विस्फीति में – उत्पादन और रोजगार पर कोंई प्रभाव नहीं
होता, परन्तु कीमतों को जान - बुझकर घटाया जाता है
चित्र में AD – मांग और AS – पूर्ति वक्र है तथा पूर्ण
रोजगार के स्तर पर OY – आय और OP – कीमत स्तर है, जब समस्त मांग में कमी होती है
तो AD कम होकर AD2 पर आ जाता है और तथा नया संतुलन भी A से गिरकर B हो जाता है नई
कीमतें OP2 तथा आय OY2 होगी !
अवस्फीति Deflation |
अवस्फीति के प्रभाव Effect of Deflation -
· निश्चित आय वर्ग को इससे
लाभ होता है क्योंकि कीमतों के गिरने से मुद्रा का मूल्य बढ़ जाता है
· कृषि, शेयर धारक और
उधोगपतियों को इससे हानि होती है कीमतों के गिरने से - उत्पादन और फिर आय – रोजगार
गिरने से – समस्त मांग गिर जाती है
· अवस्फीति से संपति के वितरण
पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है क्योंकि रोजगार और आय में कमी के कारण निम्न और
मध्यम आय वर्ग को अधिक नुकसान होता है
अवस्फीति meaning of Deflation |
अवस्फीति के उपाय Steps to fight Deflation –
· सरकारों द्वारा किए जाने
वाले काम जैसे सड़क - पुल और नदी - स्कूल आदि, इन सभी में सरकारी व्यय को बढ़ाकर
समस्त मांग में वृद्धि करना!
· करों ( व्यक्तियों और कंपनी
) में कमी करना ताकि उनकी खर्च करने योग्य आय में वृद्धि हो और वे अधिक वस्तुओं और
सेवाओं की समस्त मांग करे !
· अवस्फीति से लड़ने के लिए
सरकार घाटे का बजट बनाए अर्थात सरकारी व्यय में वृद्धि और आय (करों में माध्यम से)
में कमी करके !
· ब्याज दरों में कमी करके
निवेश का वातावरण बनाए ताकि रोजगार और आय को बढ़ाया जा सके !