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20/06/2015

science 8th class science धातु और अधातु metal non-metal

धातु और अधातु metal or non-metal


ü  सभी पदार्थो को दो भागों में बाँटा जा सकता है - धातु और अधातु तथा ये दोनों अपने भौतिक और रासायनिक गुणों में अलग – 2 होते है

ü  धातु – कठोर, चमक, तन्यता और आघात-वर्धनीय होती है यह ऊष्मा और विधुत के चालक होते है सभी धातु एक क्क्ष ताप पर कठोर होता है परन्तु पारा ही क्क्ष ताप पर तरल होता है

ü  अधातु – इनमें कोंई चमक नहीं होती और सभी अवस्था (ठोस, तरल, गैस) में पाए जाते है ये ऊष्मा और विधुत के कुचालक, भुरभुरे और आवाज़ रहित होते है तथा निम्न गलनांक होता है

ü  धातु वातावरण में आँक्सीजन से मिलकर (क्रिया करके) क्षारीय आँक्साइड का निर्माण करती है

ü  अधातु वातावरण में आँक्सीजन से मिलकर (क्रिया करके) अम्लीय आँक्साइड का निर्माण करती है
जबकि पानी के साथ ये अभि-क्रिया नहीं करती

धातु और अधातु metal non-metal
 धातु और अधातु metal non-metal

ü  लोहे को जंग लगना – वायु और पानी के साथ क्रिया करके

ü  कुछ अधातु और पानी के मध्य अभि-क्रिया भी होती है सोडियम बहुत जल्दी से पानी के साथ अभि-क्रिया करके हाइड्रोजन और सोडियम हइड्रो-आँक्साइड बनाता है,

ü  सोडियम को रखने का स्थान – मिट्टी का तेल

ü  फास्फोरस - वायु के साथ मिलकर सक्रिय है, इसीलिए इसे जल में रखा जाता है

ü  काफी धातु अम्लो जैसे हइड्रोक्लोरिक से मिल करके हाइड्रोजन का निर्माण करती है

ü  सोना, चांदी और तांबा आदि पर अम्लो का कोंई असर नहीं होता

ü  धातु की जल, वायु और अम्लों के साथ अभि-क्रिया होती रहती है  इसी को अभि-क्रियाशील श्रंखला कहते है

ü  अधिक अभि-क्रियाशील धातु कम अभि-क्रियाशील धातु के धात्विक योगिकों को बदल देता है

ü  “पॉप” एक हाइड्रोजन गैस है जो ध्वनी में जलती है

ü  हमारे मानव शरीर को जरूरत होती हँ –

·         सोडियम, मैग्नीशियम और लोहा 

13/06/2015

science 8th class science विभिन्न प्रकार गुण और उपयोग पॉलीथिन टेफ़्लान पॉलिपरोपाइलीन

विभिन्न प्रकार गुण और उपयोग 

ü  पॉलीएस्टर रेशा का गुण और उपयोग
·         इससे विभिन्न प्रकार के कपड़े बनाएं जाते है जो अधिक मजबूत और सिकुड़ते भी नहीं 
·         यह कम पानी अवशोषित करता है जिसके कारण जल्दी सूख जाते है लाईन या सिलवट नहीं पड़ती
·         साधारण रसायनों का कम प्रभाव और कई विलायकों में अघुलनशील
·         पानी की ट्यूब बनाना जैस का आग बुझाने में प्रयोग
·         पतवार बनाने में प्रयोग ( नाव चलाने के लिए )
·         इसका और प्राकृतिक रेशे को मिलाकर नए प्रकार का  कपड़ा बनाना जैसे सूती और ऊनी

Different use of plastic
use of plastic


ü  पॉलीथिन का उपयोग एक प्रकार का प्लास्टिक है इसके उपयोग –
·         विभिन्न प्रकार की पैकिंग जैसे दूध, सूखा सामान
·         तरल पदार्थो को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहचाने के लिए जैसे तेल और पानी
·         विधुत तारों का आवरण बनाने में 

ü  टेफ़्लान का उपयोग
·         वे बर्तन बनाए जाते है जिसमें भोजन चिपकता नहीं
·         गैस किट और सील बनाने में

ü  पॉलिपरोपाइलीन
·         रस्सियाँ और जाल बनाए जाते है
·         सीट के पट्टे बनाए जाते है

ü  नाइलॉन रेशे के गुण और उपयोग
·         यह टिकाऊ और मजबूत होता है
·         यह कम पानी अवशोषित करता है जिसके कारण जल्दी सूख जाता है
·         इसके कपड़ो में बल या लाईन या सिलवट नहीं होती
·         पैराशूट, जाल, टायर, जुराब और रस्से बनाए जाते है
·         यह ऊन के साथ मिलकर ज्यादा मजबूत और टिकाऊ रेशे बनाए जा सकते है


science 8th class science कृत्रिम रेशों नाइलॉन पॉलीएस्टर प्लास्टिक के उपयोग या प्राकृतिक

ü  विभिन्न प्रकार के कृत्रिम रेशों को जलाने पर क्या होता है –
·         नाइलॉन – मुश्किल से जलना, आग से रेशा सिकुड़ना, बाल जलने जैसी बदबू और गाँठ बन जाना
·         ऐक्रिलिक – आग से सिकुड़ना और गाँठ बनना, काला धुवाँ निकलना
·         पॉलीएस्टर – नाइलॉन जैसे गुण और काला धुवाँ निकलना

ü  प्लास्टिक के उपयोग या प्राकृतिक पदार्थो से अलग कुछ विशेषता
·         इसे आसानी से साँचे में बनाया जा सकता है
·         यह हल्का और सस्ता होता है
·         व्यापारिक पैमाने पर तैयार और आसान प्रयोग
·         मजबूत और लचीला होता है

प्लास्टिक के उपयोग या प्राकृतिक
प्लास्टिक के उपयोग या प्राकृतिक


ü  प्लास्टिक के गुण -
·         यह वायु और जल के साथ क्रिया नहीं करता या अक्रियाशील रहता है
·         यह हल्का और मजबूत होता है
·         यह ताप और बिजली का कुचालक होता है
·         यह अपनी प्रकृति के अनुसार गर्म होने पर अपना आकार बदल लेता है कुछ ज्यादा और कुछ कम गर्म होने पर  
    
ü  पॉलीथिन एक प्रकार का प्लास्टिक है इसके उपयोग
·         विभिन्न प्रकार की पैकिंग जैसे दूध, सूखा सामान
·         विभिन्न प्रकार के भंडारण
·         तरल पदार्थो को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहचाने के लिए जैसे तेल और पानी

ü  प्राकृतिक बहुलक – जो बहुलक हमे प्रकृति में पौधों तथा जन्तुओ से मिलते है जैसे स्टार्च, सेलूलोज, रबड़ और प्रोटीन आदि

ü  संश्लेषित बहुलक – जो बहुलक हमे प्रकृति में नहीं मिलते परन्तु मानव द्वारा लैब या प्रयोग-शालाओं में बनाया जाता है इसे मानव निर्मित भी कहते है जैसे नाइलॉन, पॉलीएस्टर या ऐक्रिलिक, रेयान, प्लास्टिक, टेरीलीन, ऐक्रिलिक आदि    



science 8th class science प्लास्टिक गर्मियों के लिए सूती कपड़े प्राकृतिक

ü  प्लास्टिक यह एक बहुलक है जो दो प्रकार के होते है
·         थर्मो प्लास्टिक  - यह आसानी से मुड़ सकता है
-    गर्म करने पर इसका आकार बदला जा सकता है
-    इसे दोबारा प्रयोग किया जा सकता है जैसे PVC, पालीथिन

·         थर्मो-सेटिग़ प्लास्टिक - यह आसानी से मुड़ नहीं सकता है
-    ऊष्मा का प्रभाव नहीं होता
-     इसे दोबारा प्रयोग नहीं किया जा सकता है
-    गर्म करने पर केवल एक बार ही आकार बदला जा सकता है
-    मैलामाईन, बेकलाइट 

 प्लास्टिक – यह एक बहुलक है
 प्लास्टिक – यह एक बहुलक है



ü  पेट – यह एक विशेष प्रकार का पालीएस्टर है जिसे बोतलें, बर्तन, तारें, फिल्में आदि का निर्माण किया जाता है

ü  नाइलॉन रेशों से निर्मित वस्तुओं के नाम
·         तंबू, रस्सी, पराशूट

ü  गर्मियों के लिए सूती कपड़े खरीदनें चाहिए क्योंकि –
·         सूती कपड़ो में छिद्र होते है
·         सूती कपड़े पसीना सोखकर शरीर को सुखा रखते है
·         जबकि संश्लेषित कपड़े बिना छिद्र के होते है और शरीर का पसीना भी नहीं सोखते

ü  पॉलिशटर – इससे बने कपड़ो में बल नहीं होते

ü  टेफ़्लान – वे बर्तन बनाए जाते है जिसमें भोजन चिपकता नहीं

ü  रेयांन – काष्ट लुगदी का प्रयोग करकें बनाया जाता है

ü  प्राकृतिक रेशों के नाम – कपास, ऊन, रेशम

ü  कोई प्राकृतिक बहुलक – सेलूलोज

ü  कृत्रिम या मानव निर्मित या संश्लेषित रेशों के गुण –
·         कम कीमत होती है और बहुत समय तक चलते है
·         जल्दी सूख जाते है और देखभाल आसान होती है
·         ये जल्दी मिल जाते है
·         इनमें बल नहीं पड़ते और धोना भी आसान नहीं होता


science 8th class science कपड़े बनाने के लिए कृत्रिम और प्राकृतिक रेशे रेशों रेशम

ü  कपड़े बनाने के लिए रेशों या रेशम की आवश्यकता होती है

ü  रेशे बनाने के लिए तागे की आवश्यकता होती है

ü  तागे दो प्रकार के होते है –
·         कृत्रिम और प्राकृतिक

ü  कृत्रिम या मानव निर्मित रेशों को संश्लेषित रेशे भी कहते है

ü  कृत्रिम या मानव निर्मित (संश्लेषित) की छोटी इकाइयों को जोडकर एक बडा लंबा रेशा बनाया जा सकता है जिसे पालीमर या बहुलक कहते है

 कपड़े बनाने के लिए, कृत्रिम और प्राकृतिक,रेशे,  रेशों, रेशम,
 कपड़े बनाने के लिए


ü  कृत्रिम या मानव निर्मित रेशे
·         नाइलॉन, पॉलीएस्टर या ऐक्रिलिक, रेयान, प्लास्टिक, टेरीलीन, ऐक्रिलिक आदि   

ü  प्राकृतिक रेशों
·         कपास और रेशम आदि, ये हमे पौधों तथा जन्तुओ से प्राप्त (स्रोत) होते है 

ü  कृत्रिम रेशों
·         हमे पौधों या लकड़ी और कोयला या जीवाश्म ईंधन से प्राप्त (स्रोत) होते है 

ü  पहला संश्लेषित रेशा – नाइलॉन (1931)

ü  सभी रेशे अपने गुणों के आधर पर पहचाने जाते है जैसे रख-रखाव, उपलब्धता, मूल्य, दहन प्रकृति, जल अवशोषण, प्रबलता आदि

ü  प्लास्टिक – यह एक बहुलक है जो दो प्रकार के होते है
·         थर्मो प्लास्टिक और थर्मो-सेटिग़ प्लास्टिक

ü  पॉलीथिन – एक प्रकार का प्लास्टिक है  

ü  प्लास्टिक हल्का, मजबूत, टिकाऊ, जंग रहित तथा ऊष्मा का रोधक होता है

ü  प्लास्टिक का अपशिष्ट हमारे पर्यावरण के लिए हानिकारक होता है क्योंकि यह जैव प्रकृति का नहीं होता, इसके जलाने पर विषैली गैसें होती है तथा भूमि भी बंजर होती है इसका अपघटन भी नहीं होता  

ü  4R का नियम – Reduce, Reuse, Recycle, Recover


ü  किसी भी संश्लेषित रेशे के अपघटन या अपशिष्ट के निपटारे के लिए 4R के नियम को ध्यान में रखना चाहिए