हमारी कोशिका और उसकी संरचना
ü जिस प्रकार मानवो और
जानवरों के विभिन्न अंग जैसे हाथ, पैर और टांगे होती हँ उसी प्रकार पेड़ो के भी
विभिन्न अंग होते हँ जैसे – फूल, पत्ते, डाली, तना और जड़े आदि !
ü आवर्धक लेंस के बिना हम अपने शरीर के
छिद्र नहीं देख सकते !
ü सभी सजीव भोजन करना, साँस
लेना और उत्सर्जन जैसे विभिन्न क्रिया करते है
ü सभी जीव अपनी -2 प्रजाति का
प्रतिनिधित्व करते है
ü सभी सजीवों में अलग-2
प्रकार की कोशिका और संख्या तथा रंग होता है
ü सभी जीवों को दो भागों
में बाटा जा सकता है
·
एक कोशिका जीव – जीवन जीने की सभी कार्य एक ही कोशिका द्वारा
किए जाते हँ जैसे अमीबा, जीवाणु और पैरा-मिशिय्म, ये सभी एक कोशिका जीव होते है
कोशिका |
·
बहु-कोशिका सजीव – सभी सजीव विभिन्न कोशिकाओं से मिलकर बने होते
हँ और अलग – 2 कार्य करते है इनमें पादप और जन्तु को शामिल किया जाता है जिनकी
कोशिका गोल आकार की होती हँ
ü अंडे के अंदर पाया जाने वाला पिला भाग -
योक कहा जाता है इसके चारों तरफ सफेद एल्ब्यूमिन होता हँ
ü कोशिका सभी सजीवों की क्रियात्मक
और सं-रचना देने वाली इकाई होती है
ü सभी कोशिकओं के चारों तरफ
एक परत होती हँ जिसे कोशिका झिल्ली कहा जाता है जो कोशिका को आकार देती हँ तथा
इसके अंदर कोशिका द्रव्य होता है
ü पेड़ो की कोशिका को कोशिका
भित्ति कहते हँ जोकि सैलूलोज से बनती हँ और यही पेड़ की कोशिकओं को आकार
देती हँ
ü सबसे बड़ी कोशिका के रूप में
शुतुरमुर्ग के अंडे को जाना जाता है
ü सभी कोशिकाओ के छोटे-2 अवयव
- कोशिकांग कहलाते है
ü कोशिका विभाजन पर-क्रिया को
अपनाते हँ और विभाजित होकर बहुकोशिका जीवों का निर्माण करते है प्रत्येक
कोशिका समहू अलग – 2 कार्य करते हँ कोंई भी समहू जिसमें एक समान कोशिका होती हँ
उसे उतक कहते हँ और सभी अंग विभिन्न प्रकार के उतकों से मिलकर बने होते
है
No comments:
Post a Comment