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26/05/2015

science 8th class science विभिन्न प्रकार की फसल उत्पादन और प्रबंधन

विभिन्न प्रकार की फसल, उत्पादन और प्रबंधन


ü  खेत में पोधो को उगाना और देखभाल करना – यह कृषि उत्पादन कहलाता है

ü  धन कमाने के लिये जो फसल उगाई जाती है, हम उसे नगदी फसल कहते है

ü  फसल के अतिरिक्त, सब्जिया, फल और फूल भी उगाए जाते है इन्हे हम हॉर्टिकल्चर कहते है

ü  पौधों की उचित वृद्धि के लिये जल, ऑक्सीजन, सूर्य का प्रकाश और पोषक तत्व आवश्यक है

ü  कृषि उत्पादन में कुछ पद्धतियों का वैजानिक ढंग से उपयोग किया जाता है


विभिन्न प्रकार की फसल, उत्पादन और प्रबंधन
विभिन्न प्रकार की फसल, उत्पादन और प्रबंधन

ü  भूमि को नर्म और समतल करना, मिट्टी तैयार करना – जुताई कहलाता है ताकि जड़े आसानी से मिटटी में नीचे तक बढ़ती रहे!

ü  पौधों को समय पर पानी देना – सिचाई कहलाती है

ü  सिचाई के अलग अलग माध्यम – कुयें, तालाब, झील, टुबल, नदियाँ और बाँध

ü  सिचाई की आधुनिक विधि – छिडकाव और ड्रिप विधि

ü  बीज दो तरीके से बोए जाते है – हाथ से और सीड – ड्रिल

ü  पौध को तैयार कर फिर खेत में लगाने को रोपण विधि कहते है

ü  ह्यूमस कार्बनिक पदार्थ से बनी मिटटी की ऊपरी परत होती है यह पौधों और पशुओं के अपशिस्ट पदार्थ से बनती है

ü  खाद पौधों और पशुओं के अपशिस्ट पदार्थ से बनती है

ü  उर्वरक एक रासायनिक मिश्रण होता है जिसमे पोटासियम, नाइट्रोजन और फास्फोरस होता है

ü  खाद और उर्वरक पौधों को ताकत देते है

ü  फसल के साथ उगने वाले दूसरें पौधों को खरपतवार कहते है यह खरपतवार-नासी से दूर होता है

ü  किट फसल को नुकसान करते है यहाँ पर किट-नासी का प्रयोग किया जाता है

ü  ऋतुओँ के आधार पर फसल के दो वर्ग है रबी और खरीफ


ü  रबी की फसल – गेहूं, चना, मटर 

खरीफ़ की फसल – धान एव मक्का 

ü  दानों को भूसे से अलग करना – थ्रेसिंग कहते है

ü  मिश्रित फसल में दो या तीन फसल एक साथ उगाई जाती है

ü  गाय, भैस, पोल्ट्रीफार्म, मछली का पालन मास, अंडे और दूध के लिए कि जाता है

ü  पालतू पशु को उचित देख भाल की आवश्कता होती है

ü  फसल की कटाई कुछ उचित दिनों पर शुरु की जाती है जैसे पोंगल, वैसाखी, दीवाली और बीहू आदि




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