सूक्ष्मजीव
– मित्र या शत्रु
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सूक्ष्मजीव बहुत ही छोटे
जीव होते हे जीने केवल सूक्ष्मदर्शी से ही देखा जा सकता है
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सूक्ष्मजीव - किसी भी मौसम में या किसी भी स्थान पर जीवित
रह सकते हे जैसे गर्म स्थान , बर्फीला पानी, लवण-जल, रेगिस्तानी मिटटी और दलदली
मिटटी
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सूक्ष्मजीव विभिन्न प्रकार
के होते हे जैसे जीवाणु, कवक, प्रोटोजोवा, शैवाल और विषाणुओं आदि
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सूक्ष्मजीव – सभी प्रकार के
आवासों में पाए जाते हे, यह एक कोशिका होती हे जो अकले या समूह में भी पाई जाती है
इनका हमारे जीवन में बहुत महत्व होता हे
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जीवाणु –
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बहुत छोटे और हर स्थान पर
पाए जाते है
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इनका व्यास का आकार एक
मिलीमीटर के एक हजारवें भाग का 1.25 गुणा होता है
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ये तीन प्रकार के होते हे
जैसे छड़ीदार, गोल और कुंडलीनुमा
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ये परपोषी और स्वपोसी हो
सकते हे
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ये कोशिका विखंडन से प्रजनन
करते हे
सूक्ष्मजीव, जीवाणु, कवक, प्रोटोजोवा, शैवाल और विषाणु |
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शैवाल और जीवाणु में कई
समानता पाई जाती हे
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सईनों-बैक्टरिया वातावरणीय नाइट्रोजन
को स्थिर कर मिटटी की उपजाऊ ताकत को बढ़ाते है
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डायटम एक सूक्ष्म - शैवाल
होता है जो झरनों, तलछट और समुंद्र में पाया जाता है
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कवक परजीवी तथा मृतजीवी
होते हें
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कुछ कवक खाद्य-पदार्थ,
चमडा, काग़ज और कपडे को खत्म करते हे तो कुछ फसल और जानवरों के लिए भी घातक होता है
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खमीर एक कोशिक और परजीवी
कवक हे जिसका प्रयोग किण्वन दवारा बियर, शराब और दूसरे पयेजल बनाने में किया जाता
हे
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विषाणु एक कोशिक मृतजीवी हे
जो कोशिका में गुणन करने की ताकत रखता है
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प्रोटोजोवा एक कोशिक
सूक्ष्मजीव हे जो पेचिस और मलेरिया जैसे रोग फैलाते है
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भोजन विषाक्तता – सूक्ष्मजीव
द्वारा ख़राब भोजन के खाने से होता है
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भोजन पर वृद्धि करने वाले
सूक्ष्मजीव विषैले पदार्थ बनाते हे
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भोजन के संरक्षण के मुख्य
तरीके – नमक मिलाना, चीनी मिलाना, तेल और सिरका मिलाना, गर्म और ठंडा करने की
विधियॉं